" ज्योतिष भाग्य नहीं बदलता बल्कि कर्म पथ बताता है , और सही कर्म से भाग्य को बदला जा सकता है इसमें कोई संदेह नहीं है "- पं. दीपक दूबे
" ज्योतिष भाग्य नहीं बदलता बल्कि कर्म पथ बताता है , और सही कर्म से भाग्य को बदला जा सकता है इसमें कोई संदेह नहीं है "- पं. दीपक दूबे
Pt Deepak Dubey

Sun In Pisces 2017/Sun Transit 2017/सूर्य का राशि परिवर्तन 2017/ सूर्य का मीन राशि में गोचर 2017/सूर्य मीन राशि में 2017

Sun Transit In Pisces/ Sun Transit In Meen Rashi 2017, सूर्य का राशि परिवर्तन 2017/ सूर्य का मीन राशि में गोचर 2017

सूर्य का मीन राशि में प्रवेश 14 मार्च 2017 को होने जा रहा है जो कि 14 अप्रैल 2017 तक रहेगा . सूर्य कुंभ राशि से गुरु की राशि मीन में प्रवेश कर रहे हैं।  यह अवस्था सूर्य की मीन संक्रांति कहलाती है। ज्योतिष शास्त्र में गुरु की राशि में सूर्य का परिभ्रमण ‘मलमास’या ‘खरमास’ कहलाता है। मलमास या खरमास में विवाह संस्कार, ग्रह प्रवेश ,वास्तु पूजन, विद्या आरंभ, कर्ण छेदन, अन्न प्राशन, चौलकर्म, उपनयन संस्कार आदि मांगलिक कार्य वर्जित माने गए हैं किन्तु भक्ति या साधना वर्जित नहीं है. इस समय सूर्य के साथ शुक्र और बुध की भी युति रहेगी . बुध की युति केवल 27 मार्च 2017 तक ही रहेगी . दिया  गया राशिफल इन्ही तीनो ग्रहों की युति के आधार पर दिया गया है.

 राशियों पर प्रभाव

मेष : सूर्य का मीन राशी में प्रवेश आपके लिए अनावश्यक यात्राओं का योग बना सकता है. संतान के  कारण कष्ट , टैक्स या  जुर्माना लगने की सम्भावना .  सरकारी अधिकारियों से झगडे की स्तिथि भी पैदा हो सकती है. यदि विवाद अधिक बढ़ा तो जेल तक की नौबत आ सकती है. विदेशी व्यापार से लाभ और गूढ़ विद्याओं की ओर आपकी  रूचि बढेगी . इस समय आपकी छठी इन्द्रिय जागृत रहेगी यानी भविष्य में होने वाली घटनाओं का आप पूर्वाभास कर लेंगे. सूर्य बुध की युति के कारण बुधादित्य योग बनेगा . दोनों की दृष्टि छठे भाव पर होने के कारण ऋण रोग एवं शत्रुओं का नाश होगा. परन्तु यात्राओं की अधिकता रहेगी. शुक्र की युति के कारण आपके  पुत्र या शिष्य प्रभावशाली रहेंगे तथा उनके प्रभाव से ही विदेश यात्रा का योग बनेगा.

वृष : इस समय आपकी निर्णय शक्ति अद्भुत रहेगी. थोडा जिद्द का  प्रभाव भी रहेगा , पराक्रम बढेगा और काम में मन लगेगा , अपनी पसंद की वस्तु  को प्राप्त करने के लिए गलत कदम उठाने से भी आप  नहीं चूकेंगे . शिक्षा- प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी , पदोन्नति के अवसर मिलेंगे , बुद्धि के बल पर आय वृद्धि करने में समर्थ होंगे. बुध की युति के कारण गुप्त विद्याओं में रूचि बढ़ेगी तथा  कार्य व्यापार में वृद्धि , घर परिवार के मान सम्मान तथा भौतिक सुखों में  में वृद्धि होगी. शुक्र के साथ होने के कारण प्रतिभा में निखार आएगा, धन मान व् अभिमान में भी वृद्धि होगी.

मिथुन :  सूर्य का आपकी राशि में दशम भाव में आना अत्यंत ही शुभ है . मान – सम्मान में वृद्धि होगी , स्वास्थ्य की समस्या से यदि परेशान थे तो अब लाभ मिलेगा . नेतृत्व क्षमता में अद्भुत वृद्धि होगी , यदि पहले से ही किसी संस्था , खेल या किसी भी संसथान में निर्णय लेने के पद पर हैं तो इस समय हर निर्णय सफलता कारक होगा . यहाँ सूर्य के आने से सिर्फ एक नकारात्मकता दिख रही है वह है आपके अन्दर शंकायें उत्पन्न होंगी और अपनी परिवार के करीबी लोगों तथा रिश्तेदारों के वयवहार के कारण दुखी होंगे . बुध के साथ युति के कारण ‘कुल दीपक योग’ का सृजन हो रहा है जो आपको भाग्यशाली बनाएगा. बुद्धि चातुर्य के कारण आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. उत्तम वाहन व माता से संपत्ति मिलेगी. शुक्र का साथ मिलने के कारण ‘मालव्य योग’ बनेगा जो अचानक भाग्योदय कराएगा और आपको वैभवशाली बनाएगा.

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कर्क : इस समय आपका जन-संपर्क बहुत अधिक होगा या सामाजिक कार्यों में रूचि अधिक बढ़ेगी . भाई – बहनों से सम्बन्ध और सहयोग बेहतर रहेगा . जो लोग सरकारी क्षेत्र के कार्यों से जुड़ें है उन्हें लाभ कम मिलेगा . यदि पदोन्नति की सोच रहे हैं तो इस समय प्रयास करने का परिणाम बहुत लाभकारी नहीं रहने वाला . पिता से वैचारिक मतभेद या किसी कारण से दूरी बन सकती है . मित्र मददगार होंगे और उनके कारण या उनसे बहुत लाभ होगा. इस समय सूर्य के साथ बुध की युति बुधादित्य योग बनेगा जो आपको पराक्रमी बनाएगा तथा मित्रों की मदद से आप आगे बढ़ेंगे. शुक्र की युति भाग्यवर्धक रहेगी , आपको अपने माता पिता से धन प्राप्ति के योग बनेगे.

सिंह : सूर्य का मीन राशि में प्रवेश करना आपके लिए कहीं से भी बेहतर नहीं है . इस समय हर काम में रुकावटें आ सकती हैं . प्रयास निष्फल जायेंगे . स्वास्थ्य भी कुछ परेशान कर सकता है हाँ छठी इन्द्रिय अर्थात दूरदृष्टि जरुर बेहतर होगी , समस्यायों को पहले ही भांप लेने की क्षमता में वृद्धि होगी . इस समय आप अपनी कही हुई बात को पूरा करने के लिए पूरा जोर लगा देंगे . इस समय यदि कोई संपत्ति का विवाद चल रहा हो तो उसमे सफलता मिलने का अच्छा योग बनेगा . बुध की युति आपके लिए सार्थक नहीं रहेगी. लाभ भंग योग एवं लग्न भंग योग बनेगा फलस्वरूप धन ऐश्वर्य की प्राप्ति हेतु संघर्ष करना पड़ेगा. परिश्रम का फल देर से मिलेगा. आर्थिक विषमता बनी रहेगी परन्तु कोई कार्य रुकेगा नहीं. शुक्र की युति भाइयों को नुक्सान पहुंचाएगी.

कन्या : वैवाहिक जीवन के लिए यह परिवर्तन अच्छा नहीं है , इस समय जीवन साथी के साथ या प्रेम संबंधों में कुछ तनाव उत्पन्न हो सकता है . आपके स्वभाव और सोचने की स्थिति अत्यंत ही स्वतन्त्र होगी अर्थात आप स्वयं निर्णय लेने में सक्षम होंगे और किसी दूसरे के प्रभाव में नहीं आयेंगे . मित्रों के कारण कुछ कठिनाई उत्पन्न हो सकती है . आर्थिक मामलों में इस परिवर्तन से आपके ऊपर कोई सिशेष प्रभाव नहीं पड़ने वाला . दूरस्थ के स्थानों से किये हुए व्यापारिक प्रयास सफल होंगे .बुध की सूर्य के साथ युति होने के कारण कुलदीपक योग एवं लग्नाधिपति योग बनेगा  फलस्वरूप बुद्धि बल में वृद्धि होगी. आर्थिक स्थिति सुधरेगी. कार्यों में सफलता एवं समाज में मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी. शुक्र का साथ मिलने के कारण मालव्य योग का सृजन होगा जो आपको वैभव शाली बनाएगा.

तुला : आपके लिए सूर्य एकादश भाव का स्वामी है यह अब आपके छठे भाव में होगा जिसके कारण ‘लाभ भंग योग’ का सृजन होगा अर्थात आर्थिक मामलों में कुछ संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो सकती है . आर्थिक उद्देश्य से किये हुए प्रयास जल्दी सफल नहीं होंगे . रोग या अपने अहंकार में आपके धन का व्यय संभावित है . करीबियों से धोखा मिलने के आसार उत्पन्न होंगे और अपने परिवार के लोग तथा रिश्तेदार ही शत्रुता करने को उद्यत रहेंगे . हाँ जमीन – जायदाद के मामले में लाभ मिलने की उम्मीद आप कर सकते हैं . शुक्र की सूर्य के साथ युति के कारण ‘लाभ भंग योग’ एवं ‘भाग्य  भंग योग’ बनेगा फलस्वरूप धन ऐश्वर्य की प्राप्ति हेतु संघर्ष करना पड़ेगा. व्यापार से लाभ के प्रति आप शंकित रहेंगे. ‘विमल योग’ के कारण समाज  में सम्मान बढेगा.  शुक्र के भी साथ में होने के कारण परिश्रम का लाभ नहीं मिलेगा.

वृश्चिक : आपके लिए सूर्य का यह आगमन पंचम भाव में हो रहा है , पंचमेश दशम में है और दशमेश पंचम में अतः अद्भुत लाभकारी योग बनेगा . राजनैतिक और सामाजिक क्षेत्र से जुड़े हुए वृश्चिक लग्न के जातकों के लिए यह स्थिति अत्यंत लाभप्रद रहने वाली है . आर्थिक मामलों के लिए भी यह परिवर्तन सार्थक है . यदि स्थान परिवर्तन करना चाहते हैं तो यह समय उपयुक्त रहेगा . शिक्षा – प्रतियोगिता में सफलता के लिए भी यह परिवर्तन अच्छा रहने वाला है . तर्क और निर्णय शक्ति अद्भुत रहने वाली है अतः कोई भी बड़े काम की योजना आप इस समय बनायें तो वह सही दिशा में ही  होगी .सूर्य बुध की युति आपको बुद्धिशाली एवं शिक्षित बनाएगी. संतति को भी शिक्षा का लाभ मिलेगा. मान सम्मान एवं आर्हिक लाभ की प्राप्ति होगी. शुक्र की युति ससुराल और पत्नी से लाभ दिलाएगी.

धनु :  धनु लग्न के जातकों के लिए भाग्येश सूर्य अब चतुर्थ भाव में प्रवेश करेगा अतः मानसिक रूप से कुछ अस्थिरता का अनुभव करेंगे परन्तु सुख – सुविधाओं में वृद्धि होगी . भूमि – भवन – वाहन से सम्बंधित सुख भी प्राप्त होने की प्रबल सम्भावन रहेगी . हाँ यदि पैतृक संपत्ति से सम्बंधित कोई विवाद है तो उसमे आपको सफलता अधिक प्रयास के बाद ही संभावित है . माता को कष्ट हो सकता है अतः उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखें . बुध के साथ युति के कारण ‘कुल दीपक योग’ का सृजन हो रहा है जो आपको भाग्यशाली बनाएगा. अपने कार्यों द्वारा अपने कुल समाज का नाम रोशन करेंगे. समाज में मान सम्मान बढेगा. शुक्र के कारण भौतिक संसाधनों की प्राप्ति में भी बहुत वृद्धि होगी .

मकर : मकर लग्न के जातकों के लिए सूर्य का यह गोचर तीसरे भाव में हो रहा है अतः आप के अन्दर अद्भुत उर्जा का प्रवाह होगा , आत्म बल में अभूतपूर्व वृद्धि होगी और मन अत्यंत ही उत्साहित रहेगा . जिस कार्य में भी इस समय हाथ डालेंगे उस कार्य में सफलता मिलेगी . भाग्य प्रबल रहने के कारण संघर्ष कम और सफलता अधिक रहने के योग हैं . कोई भी इस समय आपसे विरोध करके जीत नहीं पायेगा , इस समय कानूनी वाद- विवाद के फैसले आपके पक्ष में आने की संभावना अधिक प्रबल रहेगी . परन्तु इस दौरान आप अपने अधीनस्थ कर्मचारियों और नौकरों से सावधान रहिएगा , बड़े भाई को कुछ कष्ट संभावित है. सूर्य  के साथ बुध एवं शुक्र की युति आपको भाग्यशाली एवं बुद्धिमान बनाएगी. पराक्रम तथा सम्मान  बढेगा तथा परिवार और मित्रों का साथ बना रहेगा.

कुम्भ :  सूर्य यहाँ आपके दूसरे भाव में भ्रमण करेगा इसके परिणाम स्वरूप आपको गले से ऊपर के हिस्से में अर्थात मुंह , दांत तथा आँख सम्बन्धी कोई समस्या परेशान कर सकती है . वाणी थोड़ी कठोर हो जाएगी और किसी भी बात का उत्तर इस समय आप अति शीघ्रता से और बिना सोचे – समझे दे बैठेंगे जिससे कई बार हानि की स्थिति बनेगी . पारिवारिक जीवन में भी तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है . आर्थिक लाभ के लिए अधिक प्रयास करना होगा . कामोत्तेजना बढ़ेगी तथा नए परन्तु गलत प्रेम या शारीरिक सम्बन्ध बन सकते है . बुध शुक्र की युति भाग्यशाली एवं धनवान बनाएगी. आय के स्रोत एक सा अधिक रहेंगे. सामाजिक मान प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. माता एवं पत्नी का पूर्ण सुख रहेगा.

मीन :  आपके लिए सूर्य छठें भाव का स्वामी है जो अब आपके लग्न में गोचर करेगा . सूर्य के इस राशि परिवर्तन से मान – प्रतिष्ठा में अभूतपूर्व वृद्धि होगी . पैतृक संपत्ति यदि मिलने वाली थी तो उसकी  राह आसन होगी . हाँ इस दौरान विवाद और शत्रु दोनों ही अधिक होंगे परन्तु अच्छी बात ये है कि सफलता आपके हाथ ही लगने वाली है . वैवाहिक जीवन में कुछ टकराहट बढ़ेगी . जिन्हें माइग्रेन , उच्च रक्त चाप या मष्तिष्क से सम्बंधित कोई समस्या यदि पहले से है तो बढ़ेगी और यदि नहीं भी तो होने की सम्भावना बनेगी विशेष कर सर दर्द की समस्या अधिक परेशान करेगी .बुध के साथ युति के कारण ‘कुल दीपक योग’ का सृजन हो रहा है जो आपको भाग्यशाली बनाएगा. अपने कार्यों द्वारा अपने कुल समाज का नाम रोशन करेंगे. समाज में मान सम्मान बढेगा. शुक की युति मालव्य योग बनाएगी जो आपको वैभव और ऐश्वर्य को बढ़ाएगी .


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