कुल अवधि – 3 घंटे 15 मिनट सूतक – मान्य नहीं
सूतक में क्या करें और क्या न करें
इस वर्ष प्रथम चन्द्रग्रहण 21 जनवरी (सोमवार), 2019 ‘पौष पूर्णिमा, सोमवार’ को भारतीय समय के अनुसार ‘रात्रि 9:04 से मध्य रात्रि 12:19 बजे’ के मध्य होगा | यह ग्रहण भारत को छोड़कर विश्व के कई देशों में दिखाई देगा | भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा, इस लिए भारत में ‘सूतक’ मान्य नहीं होगा | (सूतक की मान्यता तभी होती है, जब ग्रहण दिखाई पड़ता है) अन्तरिक्ष में ग्रहों के साथ घटित होनेवाली घटना राशियों को भी प्रभावित करती हैं | इस चन्द्रग्रहण से प्रभावित होने वाले क्षेत्र – ‘उत्तरी,दक्षिणी अमेरिका का पूरा भाग, पश्चिमी यूरोप का पूरा हिस्सा, दक्षिणी अफ्रीका को छोड़कर, अफ्रिका का पूरा भाग तथा पश्चिम एशिया का पूरा भाग है |’ राहू कर्क राशि में हैं, इस लिये यह ग्रहण कर्क राशि में लग रहा है | चन्द्रमा पुष्य नक्षत्र में रहेंगे | जिसके कारण ‘पुष्य’ नक्षत्र प्रभावित होगी | इस ग्रहण में राहू और चन्द्रमा के अंश में अत्यधिक नजदीकी के कारण यह ग्रहण अत्यधिक प्रभावशाली रहेगा |
राशियों पर चन्द्रग्रहण का प्रभाव
मेष – इस ग्रहण से आपका ‘चतुर्थ भाव’ प्रभावित होगा | जिसके कारण आपके पारिवारिक सुख में कमी, अचानक किसी से झगड़े की सम्भावना है | यात्रा की सम्भावना रहेगी, तथा यात्राएँ सुखद नहीं होंगी | पारिवारिक जीवन में तनाव उत्पन्न होने की सम्भावना है | यह चन्द्र ग्रहण आपके माता के लिए कष्टकारी हो सकता है | इस ग्रहण के बाद आने वाले 15 दिनों तक सम्पत्ति से सम्बन्धित कोई बड़ा निवेश ना करें |
वृषभ – इस ग्रहण से आपका ‘तृतीय भाव’ प्रभावित होगा | जिसके कारण आपके पराक्रम में कमी आयेगी | आत्मबल कमजोर होगा | बहुत से लोगों को कमजोरी महसूस होगी | आपका कोई बेहद करीबी व्यक्ति आपको धोखा दे सकता है | आपके मित्र या करीबी से मनमुटाव होने की सम्भावना है | इस ग्रहण के बाद का 15 दिन तक किसी प्रकार की नई मित्रता से बचें |
मिथुन – इस ग्रहण से आपका ‘द्वितीय भाव’ प्रभावित होगा | जिसके कारण अचानक धन हानि होने की सम्भावना है | इस ग्रहण के बाद आने वाले 15 दिनो तक आर्थिक मामले में कोई बड़ा फैसला ना लें | अत्यधिक उत्तेजना में आकर धन निवेश कर सकते हैं | जिसका लाभ आपको नहीं मिलेगा | आपकी वाणी में दोष हो सकता है | मान्सिक तनाव बढेगा | पारिवारिक जीवन में सुख की अनुभूति नहीं होगी |
कर्क – यह ग्रहण आपके ‘लग्न’ को ही प्रभावित करेगा | जिसके कारण आपका मन अस्थिर रहेगा | आपका मन नहीं लगेगा | अपने स्वास्थ के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता है | आपके आत्मबल में कमी आएगी | आपके कार्य में व्यवधान उत्पन्न हो सकता है | किसी भी कार्य में परिश्रम अधिक करना पड़ेगा तथा आप तनावग्रस्त रहेंगे |
आप अपने आत्मबल को मजबूत बनाने के लिए भगवान “शिव” की प्रतिदिन पूजा करें तथा पानी का अत्यधिक सेवन करें |
सिंह – चन्द्रग्रहण के प्रभाव के कारण आपका कोई भी प्रयास सार्थक नहीं होगा | बेवजह खर्च बढ़ेगा, अचानक अत्यधिक धन खर्च हो सकते हैं | यात्रा का योग बनेगा | यात्राएँ आपके प्रतिकूल रहेंगी | पारिवारिक सुख में कमी रहेगी | आपकी मनःस्थिति ठीक नहीं रहेगी | परिवार से दूर जाने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है | परिश्रम अधिक होगी तथा उसका परिणाम अपेक्षाकृत कम मिलेगा | आपकी माता को किसी प्रकार का कष्ट हो सकता है |
कन्या – इस ग्रहण के प्रभाव के कारण ‘जातक’ के आय में कमी हो सकती है | आय से सम्बन्धित समस्या परेशान कर सकती है | आपका लिया हुआ निर्णय गलत हो सकता है | आवेश में आकर आप कोई निर्णय ले सकते हैं | जिससे आपको बड़ा नुकसान हो सकता है | गलत तरीके से धन कमाने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है | इससे बचें |
तुला – चन्द्रग्रहण के प्रभाव से ‘तुला-राशि’ के ‘जातक’ को नौकरी से अचानक निष्कासित किया जा सकता है | कार्यालय में उच्च अधिकारियों से मतभेद होने की सम्भावना है | ग्रहण के बाद आने वाले 15 दिन अपने कार्य-व्यवहार के प्रति सतर्क रहें | आपके कार्य-स्थल पर जो आपके अधीनस्थ कर्मचारी हैं, वो आपको परेशान करेंगे | पिता के साथ वैचारिक मतभेद होने की सम्भावना है |
वृश्चिक – इस चन्द्रग्रहण के प्रभाव के कारण ‘जातक’ को धर्म से विमुख होने की सम्भावना बनेगी | भाग्य अस्थिर रहेगी | बेवजह आप उत्तेजित हो जायेंगे | जाने-अंजाने में आपसे धर्म की अवहेलना होने की सम्भावना है | आपका मन अस्थिर रहेगा | ग्रहण के बाद आने वाले 15 दिन बड़े निवेश से बचें | भाग्यवश कोई कार्य पूरा होनेवाला हो और उसमे विलम्ब हो, तो उस पर अधिक ध्यान दें |
धनु – इस ग्रहण से आपका ‘अष्टम भाव’ को प्रभावित करेगा | जिसके कारण अचानक आपका स्वास्थ खराब हो सकता है | आपको अपमानित होना पड़ सकता है | आपने प्रतिष्ठा और स्वास्थ के प्रति सतर्क रहें | किसी से वाद-विवाद होने की सम्भावना है | अधिक धन हानि की स्थिति उत्पन्न हो सकती है |
स्वास्थ सम्बन्धित समस्या के लिए “भगवान शिव” को बिल्वपत्र चढ़कर आराधना करें तथा “राहू” की दशा-अन्तर्दशा चल रही हो तो “राहू” से सम्बन्धित दान करें |
मकर – इस ग्रहण से आपका ‘सप्तम भाव’ प्रभावित होगा | जिसके कारण ‘जातक’ के जीवन-साथी की स्वास्थ सम्बन्धित समस्या परेशान कर सकती है | जीवन साथी से तनाव उत्पन्न हो सकता है | जीवन साथी से दुख होगा | ग्रहण के बाद आने वाले 15 दिन किसी नए व्यापार में निवेश से बचें तथा कोई नई साझेदारी ना करें, इससे हानि होगी | नए रिश्तों के लिए यह समय अनुकूल नहीं है | ‘मकर’ राशि वालों के शादी-विवाह इत्यादि के लिए यह समय ठीक नहीं है | इसपर ग्रहण का प्रभाव रहेगा |
कुम्भ – इस ग्रहण के प्रभाव से आपको स्वास्थ की समस्या परेशान करेगी | आपके शत्रुओं का विनाश होगा तथा उनके लिए परेशानी उत्पन्न करेगा | कर्ज से आपको मुक्ति मिल सकती है | शनि के नक्षत्र में ‘चन्द्रमा’ और ‘राहू’ की युति के कारण आपको विषैले जन्तुओं तथा गहरे जल से खतरा है | इनसे सावधान रहें |
मीन – इस ग्रहण से आपका ‘पंचम भाव’ प्रभावित होगा | जिसके कारण आपके झूठ अथवा छिपे सच लोगों के सामने आ सकते हैं | कई लोग धर्म से विमुख हो सकते हैं | गर्भवती महिलाओं के लिए कष्टकारी सिद्ध हो सकता है | आपकी शिक्षा प्रतियोगिता आदि में बाधा उत्पन्न होने की सम्भावना है | आपका मन विचलित रहेगा | आपके निर्णय गलत हो सकते हैं | कोई भी निर्णय सोच-समझकर लें तथा भगवान “शिव” की उपासना करें |