Chaturdashi/Bengal Kali Pooja/ चतुर्दशी / बंगाल काली पूजा
(दिल्ली समयानुसार)
05:22 to 06:42
कार्तिक मास की कृष्ण चतुर्दशी को ‘नरक-चतुर्दशी’ के नाम से जाना जाता है . आज के दिन नरक से मुक्ति पाने के लिए प्रात:काल तेल लगा कर अपा-मार्ग (चिचड़ी-एक तरह का पौधा)जल में डाल कर उससे स्नान करके शाम को यमराज के लिए दीप-दान (दीपक जला कर)करने की प्रथा है. भविष्यपुराण के अनुसार –अपामार्ग (चिचड़ा) के पत्र को सर से घुमा कर , धर्मराज के नामों –यम, धर्मराज, मृत्यु, वैवस्वत, अन्तक, काल तथा सर्वभूतक्षयका का उच्चारण करते हुए तर्पण करना चाहिए. आज ही के दिन श्री कृष्ण ने नरकासुर नामक दैत्य का संहार भी किया था .