शनि वक्री अवस्था में 21 जून को वृश्चिक राशि में पुनः प्रवेश कर रहा हैं.
25 अगस्त को वृश्चिक राशि में ही होगा शनि मार्गी और बना रहेगा 26 अक्टूबर तक
बदल जाएँगी साढ़े साती और ढैय्या .
शनि से सबसे अधिक प्रभावित होने वाली राशियाँ – मेष , वृषभ , सिंह , तुला, वृश्चिक और धनु
मेष और सिंह को पुनः प्रभावित करेगी शनि की ढैय्या
तुला पर साढ़े साती का अंतिम प्रभाव तो वृश्चिक पर मध्य का प्रभाव डालेगा यह शनि
तुला : तुला राशि वालों के लिए शनि की साढ़े साती का अंतिम दौर चलेगा , 25 अगस्त तक लाभ में अचानक कुछ कमी , पारिवारिक सुख में विघ्न , स्थान परिवर्तन , चोट-चपेट की सम्भावना बनेगी . भाग्य और आय में कुछ अवरोध उत्पन्न होगा , परन्तु 25 अगस्त के बाद परिस्थितयां एकदम से अनुकूल होंगी और जीवन में संघर्ष की जगह प्रगति स्थान लेने लगेगी – आय , पारिवारिक सुख , सम्मान इत्यादि की प्राप्ति होगी . बुरे समय में यदि संयमित रहे तो अंतिम समय में बहुत लाभ होगा.
वृश्चिक : वृश्चिक राशि वालों के लिए अत्यधिक सावधानी की अवश्यकता रहेगी क्योंकि वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शनि साढ़े साती का प्रभाव अपने चरम पर होगा , 25 अगस्त तक यह अचानक झटका दे सकता है. कार्यस्थल या निवास स्थल में स्थानान्तरण का योग बनेगा इसके लिए आप मानसिक तौर पर तैयार रहें . किसी भी तरह के निर्णय लेने में आपको कठिनाई होगी. शनि कि सीधी दृष्टि आपके सप्तम भाव पर पड़ने के कारण जीवन साथी से मन मुटाव या कार्य व्यापार में साझेदारों से अनबन होने की भी संभावनाएं प्रबल है. वृश्चिक राशि के जातकों को घर परिवार में सुख शांति और प्रेम पूर्ण वातावरण बनाये रखने के लिए अधिक प्रयास करना पड़ेगा साथ ही साझेदारों के साथ भी मेल मिलाप बनाये रखने से वाद विवाद की आशंका कम रहेगी. इस दौरान कोई भी कार्य जल्दबाजी में न प्रारंभ करें. किसी भी प्रकार के बड़े निर्णय लेने से बचें. जितना हो सके अपने आपको सहज रखने का प्रयास करें. अहंकार को हावी न होने दें. वाणी में मधुरता बांयें रखें. धन की हानि होने कि सम्भावना बनी रहेगी अतः कार्य व्यापार से जुड़े निर्णय अकेले न लेकर किसी अनुभवी के परामर्श अनुसार ही करें. आलास का त्याग करें और स्वास्थ्य सम्बंधित जांच भली भांति करते रहें. जन्म कुंडली में दशम भाव दूषित होने पर कोर्ट-कचहरी के मामलों में फसने का खतरा बना रहेगा.
धनु: धनु राशि के जातकों के लिए यह पुनः द्वादश भाव में आ जायेगा. धन के मामलों में आपको लाभ ही मिलेगा परन्तु भाग्य पक्ष में कमी का अनुभव करेंगे. पुराने चले आ रहे कर्जों से मुक्ति मिलेगी , शत्रु बुरी तरह से परास्त होंगे . स्वास्थ्य सम्बंधित कष्ट भी दूर होंगे. सभी प्रकार से स्थितियां अनुकूल रहेंगी परन्तु भाग्य पक्ष कमज़ोर होने के कारण आपको यदा कदा कष्ट होगा. कुछ बड़े निर्णय लेने में परेशानी हो सकती है. व्यय अधिक होने की सम्भावना बनी रहेगी. विदेश यात्रा या विदेशों से सम्बंधित कार्यों में सफलता प्राप्त करेंगे. धार्मिक कार्यों में रुझान बढेगा एवं आपके द्वारा कुछ धार्मिक कार्य संपन्न होंगे. समय अनुकूल ही रहेगा फिर भी 25 अगस्त तक कोई भी ऐसा बड़ा कार्य ना करें जहाँ भाग्य पर अधिक निर्भरता हो.
मेष : अष्टम में शनि वक्री , अर्थात स्वास्थ्य को लेकर बेहद सावधान ,25 अगस्त तक घटना – दुर्घटना का योग बनेगा विशेष कर कमर से निचले हिस्से का विशेष ध्यान रखें , अचानक नौकरी छूटने का भी योग बनेगा अतः अपने से उच्च अधिकारीयों से सजग होकर व्यवहार करें . कोई करीबी धोखा दे सकता है और भाई – बहनों को विशेष कर बहनों को कष्ट संभावित है . इसका प्रभाव 25अगस्त के बाद कुछ कम होगा और पूरी मुक्ति २6 अक्टूबर के बाद मिलेगी.
सिंह : शनि चतुर्थ में वक्री होगा अतः पारिवारिक जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है. इस समय को स्थायी संपत्ति का विचार त्याग दें . पैतृक संपत्ति के विवाद में ना फंसे . किसी भी कोर्ट कचहरी के मामले से दूरी बनाये रखें अन्यथा बड़ी हानि संभावित है . स्वास्थ्य के मामले में भी यह समय संवेदनशील रहेगा , ह्रदय रोगी अपना विशेष ध्यान रखें . आपको सावधानी 26 अक्टूबर तक रखनी है इसमें भी मध्य अगस्त तक बहुत अधिक .
वृषभ: साझेदारी के कार्यों में हानि , प्रेम संबंधों में तनाव , वैवाहिक जीवन को भी संभालने की आवश्यकता पड़ेगी
मिथुन : छठे भाव में शनि का आना शुभता देगा फिर भी किसी भी हल में कर्ज ना लें चुका नहीं पाएंगे.
कर्क : संतान के लिए कुछ कष्ट देगा . शिक्षा में रूकावट का योग बनाएगा.
कन्या : करीबियों से विवाद , मन कुछ उद्विग्न और बेचैन , शिक्षा में भी कुछ बाधा विशेष कर 25 अगस्त तक.
मकर : आय में वृद्धि परन्तु संतान के लिए ठीक नहीं .. एक जगह स्थिर होकर नहीं सोच पाएंगे.
कुम्भ : बड़ों से विवाद की आशंका विशेष कर 25 अगस्त तक , सुदूर यात्रा की संभावना और लाभ , माता को कष्ट.
मीन : भाग्य में अवरोध , किसी अशुभ समाचार की प्राप्ति , कुछ नास्तिकता हावी होगी , आय में वृद्धि का योग रहेगा. सुदूर के कार्यों से लाभ मिलेगा.