देखें वीडियो :
मेष : लग्नेश और अष्टमेश अब आपके नवम भाव में प्रवेश करेगा . मंगल का यहाँ आना आपके लिए शुभ फलदायी है , आपके किये हुए परिश्रम का खूब लाभ मिलेगा , शत्रु पराजित होंगे . इस समय आपकी महत्वाकांक्षा बहुत बढ़ेगी . यात्राओं से धन लाभ होगा . मित्रों से भी लाभ और उन्नति होगी . बहुत से लोगों को इस समय पैतृक संपत्ति की प्राप्ति होगी
वृष : सप्तमेश और द्वादशेश अब आपके अष्टम भाव में प्रवेश करेगा अतः शरीर में चोट – चपेट लगने की सम्भावना बढ़ेगी, वैवाहिक जीवन में कष्ट आएगा और यदि विवाद चल रहा है तो टूटने का भय बनेगा . शत्रुओं पर और कोर्ट कचहरी के मामलों में यह मंगल विजय दिलाएगा . भाइयों से द्वेष होगा परन्तु इस मंगल के कारण आपके स्वयं का पराक्रम और धन बढेगा.
मिथुन : लाभेश और षष्टेश मंगल अब आपके सप्तम भाव में प्रवेश करेगा . यह मंगल वैवाहिक जीवन में तनाव और कलह उत्पन्न कराएगा फिर भी जीवन साथी का सुख बना रहेगा . जमीन – जायदाद के मामलों और कार्यों में लाभ मिलेगा . शासन सत्ता और उच्च अधिकारीयों का सहयोग प्राप्त होगा . राजनैतिक और सामाजिक जीवन में कार्य करने वालों को खूब सफलता मिलेगी . यदि इस समय मंगल की दशा, अंतर दशा हो तो पति – पत्नी के संबंधों को छोड़कर चहुमुखी विकास होगा .
कर्क : दशमेश और पंचमेश मंगल अब आपके छठे भाव में प्रवेश करेगा . ऋण – रोग और शत्रुओं को परास्त करेगा यह मंगल . नौकरी में पदोन्नति का योग बनेगा . इस समय कम परिश्रम से भी अधिक लाभ मिलेगा . स्वभाव में थोड़ी उग्रता इस समय बढ़ेगी . संतान के लिए यह समय ठीक नहीं साथ ही शिक्षा में भी कुछ रुकावट का योग बनेगा या पढने में मन नहीं लगेगा . चेहरे पर गंभीर चोट लग सकती है सावधान रहें . व्यसनी लोगों की लत और बढ़ जाएगी तथा पैतृक सम्पति में विवाद होगा.
सिंह : चतुर्थेश और भाग्येश मंगल अब आपके पंचम भाव में प्रवेश करेगा, यह स्थिति आपके लिए सभी भौतिक सुख – सुविधाओं को बढाने वाली होगी . इस समय शिक्षा – प्रतियोगिता में अभूतपूर्व सफलता मिल सकती है . संतान के कारण भी मन प्रसन्न होगा . खर्च और यात्रायें बढेंगी . इस समय बौद्धिक क्षमता अधिक होगी और कुटनीतिक मामलों में सफल रहेंगे . थोडा क्रोध और आवेश भी बढेगा जिसपर नियंत्रण आवश्यक होगा .
कन्या : तीसरे और अष्टम भाव का स्वामी अब आपके चतुर्थ भाव में प्रवेश कर रहा है . भूमि – भवन और वाहन के लिए यह समय बेहतर रहेगा . वैवाहिक जीवन कलहपूर्ण हो सकता है या जीवन साथी से वैचारिक मतभेद बढेगा . इस समय अपने माता – पिता और कार्य स्थल पर उच्च अधिकारीयों से कम निभेगी . क्रोध और अहंकार की वृद्धि होगी . इस समय दूसरों के बहकावे में ना आयें , भूमि के अलावा किसी बड़े निवेश से बचें.
तुला : दूसरे और सप्तम भाव का स्वामी मंगल अब आपके तीसरे भाव में प्रवेश कर रहा है . मंगल की यह स्थिति संतान के लिए ठीक नहीं है . इस समय शत्रुओं पर विजय और उनसे लाभ की स्थिति बनेगी . इस समय आप बहुत अधिक सिद्धांतवादी विचार रखेंगे . सीमित साधनों में भी स्वयं को आगे बढ़ने में समर्थ होंगे . भय नहीं रहेगा और स्व-पराक्रम बहुत बढ़ा रहेगा . छोटे भाई के लिए यह मंगल कष्टकारी हो सकता है.
वृश्चिक : लग्नेश और षष्टेश मंगल अब आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेगा . इस समय स्व-परिश्रम से खूब आय होगी . इस समय यदि परदेश जाने का मौका मिले तो अवश्य जायें बहुत लाभ होगा . वाणी कुछ कठोर रहेगी परन्तु सारगर्भित बातें कहेंगे . इस समय विवादों में सफलता मिलेगी . शिक्षा – प्रतियोगिता के मामलों में खूब सफलता मिलेगी . इस दौरान शासन , चोर तथा अग्नि से भय रहेगा अतः सावधान रहें.
धनु : पंचमेश और द्वादशेश मंगल अब आपके लग्न में ही प्रवेश करेगा अतः जहाँ बौधिक क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि होगी वहीँ जीवन साथी को शारीरिक कष्ट होगा . जो लोग विवाह के योग्य है उनको थोड़ी और प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है . इस समय कुछ वाद-विवाद उत्पन्न हो सकता है तथा माता को भी स्वास्थ्य की समस्या हो सकती है . इस समय आपकी महत्वाकांक्षा खूब बढ़ी – चढ़ी रहेगी . थोड़ी उत्तेजना भी रहेगी और संभव है उतावलेपन में कुछ आर्थिक हानि भी हो जाये.
मकर : चतुर्थ और एकादश भाव का स्वामी अब आपके द्वादश भाव में प्रवेश करेगा . मंगल की यह स्थिति कहीं से भी सुखद नहीं है . इस समय अनावश्यक की यात्रायें संभावित है . कुछ लोग दुर्व्यसन का शिकार हो सकते हैं . अनावश्यक कार्यों में धन का व्यय होगा . वैवाहिक जीवन में तनाव या विवाह योग्य लोगों के विवाह में रुकावटें उत्पन्न होंगी . निम्न सोच के लोगों से सम्बन्ध बनेगे जो बाद में तनाव का कारण होगा . आलस्य अधिक होगा और कार्यों में मन नहीं लगेगा. इस समय गुप्त शत्रुओं की भरमार हो सकती है .
कुम्भ : तीसरे और दशम भाव का स्वामी मंगल अब आपके एकादश भाव में प्रवेश करेगा . यह व्यापार करने वालों के लिए बहुत ही अच्छा परिणाम देने वाला होगा . वाणी थोड़ी कठोर हो सकती है और इससे दूसरों को कष्ट पहुंचा सकते हैं . इस समय भाई – बहन – मित्र सभी सहयोगी होंगे . वैवाहिक जीवन में भी शुभता बढ़ेगी . शत्रुओं के लिए यह समय घातक होगा .
मीन : लाभेश और भाग्येश मंगल अब आपके दशम भाव में प्रवेश करेगा . मीन लग्न में मंगल योगकारी है और इसका दसम भाव में आना आपके लिए चहुमुखी विकास का द्वार खोलने जैसा होगा . यदि इस समय मंगल की दशा भी हुई तो कहना ही क्या . यदि कोई विरासत की संपत्ति मिलने वाली थी तो उसके मिलने का इस समय पूरा योग बनेगा . भूमि – भवन – वाहन इत्यादि खरीदने के लिए यह समय अत्यंत ही उपयुक्त है . पदोन्नति के भी अच्छे आसार हैं . संतान तथा शिक्षा के मामलें में यह समय कुछ कष्टकारी तथा देर से सफलता देने वाला रहेगा.
Mars Transit 2016/Mars Transit In September 2016/ Mars In Sagittarius 2016/ Mars In Sagittarius/ मंगल गोचर 2016/ मंगल धनु राशि में/ मंगल धनु में 2016
ॐ नमः शिवाय
पं दीपक दुबे <View Profile>