दिए गए विवरण अनुसार 13 सितम्बर 2015 को आंशिक सूर्य ग्रहण लगेगा। इस खण्डग्रास सूर्य ग्रहण को भारत के बाहरी देश अंगोला , बोत्सवाना, मेडागास्कर , मलावी , मोज़ाम्बिक ,नामीबिया , दक्षिण अफ्रीका, ज़ाम्बिया , ज़िंबाबवे तथा हिन्द महासागर के बहुत बड़े भाग में देखा जा सकेगा. भारत में इस सूर्य ग्रहण के दर्शन कहीं से भी नहीं होंगे इसलिए प्रभाव भी नगण्य रहेगा. न दिखने के कारण इस सूर्य ग्रहण पर भारत में सूतक भी मान्य नहीं होगा, परन्तु आकाशीय मंडल पर इस घटना के कारण ज्योतिषीय कार्यों के लिए यह समय अत्यंत उपयुक्त होगा. यदि आपकी कुंडली में ग्रहण दोष है तो ग्रहण दोष शांति पूजा के लिए यह दिन सर्वोत्तम है. पित्र दोष शांति के लिए भी यह दिन उपयुक्त माना जाता है. दिन किये गये कार्यों का प्रभाव कई गुना अधिक हो जाता है इसलिए मन्त्र सिद्धि और किसी भी तरह के अधार्मिक अनुष्ठान करने के लिए ग्रहण का ही दिन उपयुक्त माना गया है.
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13 सितम्बर ,2015 : सूर्य ग्रहण लग रहा है इस दिन और अमावस्या भी है साथ ही रविवार भी है अतः यदि आपकी कुंडली में सूर्य ग्रहण दोष में है अर्थात सूर्य राहू के साथ या केतु के साथ किसी एक ही राशि में बैठा है या सूर्य राहू या केतु की नक्षत्र में बैठा है या सूर्य नीच का है तो ग्रहण शांति या सूर्य शांति के लिए यह दिन सर्वोत्तम है . साथ ही मारकेश की शांति , पितृ दोष शांति के लिए भी यह दिन अत्यंत ही उपयुक्त है .
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मेष : बहुत ही प्रभावशाली और बेहतर समय है आपके लिए , निर्णय क्षमता भी बहुत तेज़ और अच्छी है परन्तु सूर्य ग्रहण का प्रभाव आपकी मानसिक और वैचारिक स्तिथि के साथ साथ संतान पर भी पड़ेगा. यह प्रभाव सकारातमक नहीं होगा अतः आपको सूर्य ग्रहण के 15 दिनों के बाद तक विशेष सतर्कता बरतनी होगी.
वृषभ : धन आगमन के लिए बेहतर समय , समाज में मान सम्मान की वृद्धि होगी परन्तु ग्रहण आपके पारिवारिक सुख स्थान परलगने के कारण पारिवारिक सुख में कमी आएगी. परिवार में तनाव की स्तिथि उत्पन्न हो सकती है. आपकी माता को स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या से झुझना पड़ सकता है. यदि आपको ह्रदय या शारीर के मध्य भाग में कोई समस्या है तो भी यह सूर्य ग्रहण आपको परेशानी दे सकता है. अतः लापरवाही न बरतें एवं सतर्क रहें.
मिथुन: ग्रहण के तीसरे भाव में लगने के कारण प्रक्रम में कमी और भाई बहनों से तनाव उत्पन्न होने की सम्भावना अधिक रहेगी. मन मलिन एवं कार्य करने के उत्साह में कमी आयेगी. आपका मन कहीं नहीं लगेगा और एकांत में रहने की इच्छा करेगी. अपने उत्साह और इच्छा शक्ति को बडाये रखने के लिए प्राणायाम और जल का अधिक सेवन करें अन्यथा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
कर्क: सूर्य ग्रहण आपके लिए धन की हानि का संकेत दे रहा है. धन सम्बन्धी कोई भी बड़ा निर्णय कम से कम 15 से 30 दिनों तक न ले. किसी भी प्रकार के निवेश से बचें. कोई भी ऐसा काम न करें जो भाग्य भरोसे हो. भाग्य बहुत अधिक आपका साथ नहीं देने वाला अतः कर्म पथ पर भरोसा करके आगे बढे.
सिंह: सिंह राशि का स्वामी सूर्य है और क्यूंकि यह ग्रहण सूर्य को हे लगने वाला है अतः सूर्य से सम्बंधित राशियाँ ही सबसे अधिक प्रभावित होंगी. इसके फलस्वरूप मन में बैचैनी, स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याएं , और गलत निर्णय हो सकते हैं. सिंह लग्न के जातकों को यदि पहले से हे मानसिक समस्या है तो सूर्य ग्रहण के बाद यह समस्या बढ़ सकती है अतः पहले हे सावधान हो जाएँ. किसी भी प्रकार के नए निवेश और धन सम्बंधित निर्णय बहुत सोच समझ कर लें . अपनी उत्तेजना पर नियंत्रण रखें क्योंकि सूर्य ग्रहण का प्रभाव आपकी बुद्धि के संतुलन पर पड़ेगा.
कन्या: सूर्य ग्रहण का प्रभाव कन्या लग्न के जातकों पर अच्छा प्रभाव डालेगा . आपके लिए यह बेहतर समय है विशेषकर धन सम्बंधित कार्यों को लेकर. पुराने कर्जों से छुटकारा मिलेगा. शत्रु परास्त होंगे. विवादों का अंत होगा, पुराने रोगों से छुटकारा मिलेगा. अतः सभी तरह से आपका समय बेहतर होने वाला है.
तुला : तुला लग्न वालों के लिए यह सूर्य ग्रहण कुछ अच्छे संकेत लेकर नहीं अ रहा है. भाग्य के साथ न देने के कारण कुछ न कुछ परेशानी बनी रहेगी. आप अपने आपको व्यर्थ के विवादों में घिरा पाएंगे. अनाव्यश्यक थका देने वाली यात्राएं आपको कष्ट देंगी. धन की स्तिथि भी उतार चढ़ाव भरी रहेगी. अचानक धन हानि के योग बने हुए है. किसी बनते हुए काम के अचानक बिगड़ने के कारण मन में निराशा होगी. अतः काल्पनिक दुनिया से बाहर आकर अपने में व्यवहारिकता लाने की आवश्यकता रहेगी. सहज रहें एवं परिस्थितियों के अनुरूप अपनी बुद्धि को संतुलित रखें ताकि आपको मानसिक कष्ट न हो.
वृश्चिक : आपके सितारे स्थान परिवर्तन की ओर संकेत दे रहें हैं यह परिवर्तन कार्य स्थान या रहने के स्थान में भी हो सकता है. स्थानान्तरण की संभावना स्धिक है इसलिए उसे सहर्ष स्वीकार करने में ही भलाई है. चिंता का विषय स्थान परिवर्तन के कारणों से है क्यूंकि यह परिवर्तन अपनों से बड़ो के साथ विवाद के कारण हो सकता है.
धनु : आप बहुत दिनों से अच्छा समय बिता रहे थे किन्तु सूर्य ग्रहण कुछ काश लेकर आएगा. भाग्य का साथ अधिक नहीं मिल पायेगा. बनते हुए काम आखिर तक आते आते बिगड़ जायेंगे अतः अपने प्रयासों को और बढ़ा देने का समय है. यात्राएं बहुत सुखदायी नहीं होंगीइसलिए जहाँ हैं वहां बने रहिये. हो सके तो कार्य व्यापार सम्बंधित यात्रयों को कुछ समय के लिए टाल दें.
मकर: सूर्य ग्रहण का आपके स्वस्थ्य पर सीधा असर पड़ने वाला है अतः सतर्क रहें एवं उचित सावधानी बरतें. अग्नि , विद्युत् और विस्फोटक पदार्थों से , लोहे के सामान से और घातक हथियारों से बेहद सतर्क रहें. शारीरक कष्ट की सम्भावना बनेगी , वाद विवाद से बचें. घर के अन्दर या बाहर दोनों ही स्तिथि में विवाद से दूर रहें. यदि किसी अच्छे गृह की दशा नहीं चल रही है या कुंडली में ग्रहण दोष हो तो महा मृत्युंजय अनुष्ठान अनिवार्य है, अन्यथा शिव उपासना करते रहें.
कुम्भ : सूर्य ग्रहण आपके लिए धन की हानि के संकेत दे रहा है. धन निवेश या कार्य व्यापार में अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है. आप स्वभाव से अंतर्मुखी एवं दूसरों पर जल्दी ही विशवास कर लेते हैं इसलिए धोखा खाने की संभावना हमेशा बनी रहती है. आप पहले भी कई बार धोखा खा चुके है और अब फिर सितारे कुछ इसी तरह का संकेत दे रहे है. साझेदारों से सावधान रहें. जीवन साथी के साथ स्वस्थ्य सम्बन्धी समस्या या वैचारिक मतभेद हो सकता है. कुंडली में यदि सप्तम भाव में ग्रहण योग है तो बेहद सावधानी बरतें.
मीन: आपके लिए अपने कार्यों को सही दिशा देने और लक्ष्य तक पहुँचने का समय आ गया है. आप निश्चिन्त होकर आगे बढ़ सकते हैं. यदि कार्य व्यापार में धन की आवश्यकता भी होगी तो आप सहजता से धन जुटा लेंगे. आपको शत्रुयों से डरने की आवश्यकता नहीं है उनका नाश अपने आप ही हो जायेगा. आप केवल समय का सद्युपयोग करते हुए अपने लक्ष्य और योजनायों की और ध्यान केन्द्रित करें समय और भाग्य आपके साथ है कार्य व्यापार में अवश्य हे उन्नत्ति होगी.
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