25 जनवरी (शनिवार) प्रतिपदा | घट स्थापन एव माँ शैलपुत्री पूजा |
26 जनवरी (रविवार) द्वितीया | माँ ब्रह्मचारिणी पूजा |
27 जनवर (सोमवार) तृतीया | माँ चंद्रघंटा पूजा |
28 जनवरी (मंगलवार) तृतीया | माँ चंद्रघंटा पूजा |
29 जनवरी (बुधवार) चतुर्थी | माँ कुष्मांडा पूजा |
30 जनवरी (बृहस्पतिवार) पंचमी | माँ स्कंदमाता पूजा |
31 जनवरी (शुक्रवार) षष्टी | माँ कात्यायनी पूजा |
1 फरवरी (शनिवार) सप्तमी | कालरात्रि पूजा |
2 फरवरी (रविवार) अष्टमी | माँ महागौरी पूजा, दुर्गा अष्टमी |
3 फरवरी (सोमवार) नवमी | सिद्धिदात्री पूजा |
नवरात्रों में माँ भगवती की आराधना दुर्गा सप्तसती से की जाती है , परन्तु यदि समयाभाव है तो भगवान् शिव रचित सप्तश्लोकी दुर्गा का पाठ अत्यंत ही प्रभाव शाली एवं दुर्गा सप्तसती का सम्पूर्ण फल प्रदान करने वाला है.